नई दिल्ली: आप सभी जानते हैं कि भारत की सड़कों पर छोटी से लेकर बड़ी गाड़ी चलाने को लेकर नियम बनाया गया है। जिसमें गाड़ी चलाने से पहले लोगों के पास ड्राइविंग लाइसेंस होना बेहद जरूरी होता है।
ऐसे में हर समय ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने को लेकर लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जैसे की लंबी लाइन में खड़े रहना और ड्राइविंग लाइसेंस से पहले टेस्ट करना शामिल है। लेकिन अभी समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए लोगों के बीच एक अच्छी खबर आई है, जिसमें पता चला कि लोगों को अब आरटीओ ऑफिस किसी भी तरह के टेस्ट के लिए नहीं जाना होगा। तो आइए जानते हैं ऐसा क्यों?
दरअसल, सरकार की ओर से लिए गए इस फैसले के पीछे बड़ा मकसद है कि जिन प्राइवेट संस्थान द्वारा लोगों को ड्राइविंग टेस्ट का शिक्षण दिया गया है। वहीं प्राइवेट संस्थान की ओर से लोगों को टेस्ट ड्राइव मिले और उन्हें सर्टिफिकेट दिया जा सके और उन्हें प्राइवेट संस्थानों को यह सब करने का मंजूरी भी दिया जा सकता है।
वहीं इस नियम को 1 जून 2024 से लागू करने की बात चल रही है और उम्मीद है कि आगामी 1 जून को इस रूल को लागू कर दिया जाएगा। इसके अलावा तेज रफ्तार गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने पर ₹1000 से लेकर ₹2000 तक का जुर्माना और अगर कोई नाबालिक गाड़ी चलाते पकड़ा जाता है तो उसे ₹25000 तक का जुर्माना भरना पड़ेगा।