नई दिल्ली: Google Chrome का इस्तेमाल कर रहे करोड़ों यूजर्स पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। खुद भारत सरकार ने इसे लेकर चेतावनी जारी की है। दरअसल, कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ने Google Chrome वेब ब्राउजर के कुछ वर्जन में पाई गई सुरक्षा खामियों के संबंध में एक नई चेतावनी जारी की है।
‘उच्च गंभीरता’ के रूप में वर्गीकृत, इन खामियों का उपयोग हैकर्स द्वारा संभावित रूप से मनमाने कोड को एग्जीक्यूट करने, डिनायल ऑफ सर्विस (डीओएस) की स्थिति को ट्रिगर करने, संवेदनशील जानकारी प्राप्त करने और टारगेट सिस्टम पर सुरक्षा प्रतिबंधों को बायपास करने के लिए किया जा सकता है।
चोरी हो सकता है पर्सनल और फाइनेंशियल डेटा
हैकर्स इन कमजोरियों का फायदा उठाकर सिस्टम पर स्टोर महत्वपूर्ण डेटा तक पहुंच प्राप्त कर सकते हैं, जिसमें लॉगिन क्रेडेंशियल और फाइनेंशियल डिटेल्स तक शामिल हैं।
कौन से वर्जन प्रभावित हुए हैं
विंडोज और मैक के लिए 124.0.6367.78/.79 से पहले के गूगल क्रोम वर्जन
Linux के लिए 124.0.6367.78 से पहले के गूगल क्रोम वर्जन
कहीं से भी इन खामियों का फायदा उठा सकते हैं हैकर
ये मुद्दे ANGLE में टाइप कन्फ्यूजन, V8 API में सीमा से बाहर पढ़ने और डॉन में फ्री के बाद उपयोग से जनरेट होते हैं। एक हैकर दूर बैठे ही टारगेट सिस्टम पर विशेष रूप से तैयार किया गया रिक्वेस्ट भेजकर इन कमजोरियों का फायदा उठा सकता है।
इन कमजोरियों का फायदा उठा लिया जाए, तो हैकर कहीं से भी डिनायल ऑफ सर्विस (डीओएस) की स्थिति पैदा करने और टारगेट सिस्टम पर मनमाना कोड एग्जीक्यूट करने की अनुमति दे सकता है।
सेफ रहने के लिए तुरंत करें ये काम
CERT-In क्रोम यूजर्स को उपलब्ध सिक्योरिटी अपडेट को तुरंत इंस्टॉल करने की सलाह देता है। यूजर्स को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जब भी संबंधित कंपनियों द्वारा नए सिक्योरिटी पैच जारी किए जाएं तो वे अपने ब्राउजर को अपडेट करें।