पटियाला: शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में किसानों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। आज सुबह तरनतारन से संबंधित भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य जसवंत सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसे राजपुरा सरकारी अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए किसान नेता तजिंदर सिंह लीला ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले दिल्ली आंदोलन के दौरान 750 से ज्यादा किसान अपनी शहादत दे चुके हैं। अब भी सरकार किसानों की परीक्षा करा रही है।
उधर, पंजाब की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान बठिंडा जिले के गांव बल्हो के युवा किसान शुभकरण की मौत की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की पूर्व जज जयश्री ठाकुर के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई है। सोमवार को चंडीगढ़ के किसान भवन में हरियाणा के किसानों से बात की और उनके बयान दर्ज किए।
कमेटी द्वारा किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ और गांव बल्हो के गुरप्रीत सिंह के बयान लिए गए। कमेटी ने किसानों को 20 मई को दोबारा बुलाया है। उस दिन ढाई दर्जन किसान अपने बयानों के शपथ पत्र व अन्य साक्ष्य कमेटी को सौंपेंगे।