चंडीगढ़: श्री करतारपुर साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अहम खबर है। पाकिस्तान सरकार अब ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए भारतीय तीर्थयात्रियों से 5 डॉलर का प्रवेश शुल्क नहीं लेगी। इसके साथ ही गुरुद्वारों के रखरखाव के लिए राष्ट्रीय सलाहकार समिति के गठन की भी घोषणा की गई है।
यह जानकारी सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री रमेश सिंह अरोड़ा ने दी। उन्होंने कहा कि 3 दिन पहले एक बैठक में विदेशी सिख समुदाय से पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा साहिब के निर्माण कार्यों में योगदान देने का अनुरोध किया गया है।
बैसाखी के मौके पर पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारों के दर्शन के लिए जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं को बसों की बजाय ट्रेन से दर्शन कराए जाएंगे। देश के बंटवारे के बाद पहली बार संगत ट्रेन से गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करेगी। 13 अप्रैल को अटारी रोड के रास्ते वाघा बॉर्डर पहुंचने वाले जत्थे को बसों के बजाय विशेष ट्रेन से गुरुद्वारा पंजा साहिब ले जाया जाएगा।
नए नियमों के मुताबिक, विशेष स्थानों से आने वाले तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारों में ठहरने के लिए पहले कमरे आवंटित किए जाएंगे, उसके बाद ही पाकिस्तान की संगत को कमरे उपलब्ध कराए जाएंगे।