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पंजाब में विरोध के बीच केंद्र सरकार ने दी बड़ी राहत, किसानों के लिए लिया बड़ा फैसला

चंडीगढ़: पंजाब में धान की लिफ्टिंग में हो रही देरी और स्टोरेज की कमी के कारण किसानों के विरोध के बीच केंद्र सरकार ने बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार ने पंजाब के लिए 22 लाख मीट्रिक टन की नई स्टोरेज सुविधा को मंजूरी दे दी है। इस फैसले से राज्य में धान खरीद और भंडारण की समस्या का समाधान होने की उम्मीद है। पंजाब स्टेट वेयरहाउसिंग कारपोरेशन जल्द ही इस नए स्टोरेज के लिए टेंडर जारी करेगा। इसके अलावा, पंजाब राज्य अनाज खरीद निगम 30 स्थानों पर 9 लाख मीट्रिक टन नए भंडारण स्थान के निर्माण के लिए भी टेंडर पर काम कर रहा है। केंद्रीय उपभोक्ता मामले और खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार का लक्ष्य दिसंबर तक पंजाब में 40 लाख टन भंडारण क्षमता विकसित करना है। इसके लिए पिछले साल का बचा हुआ अनाज जल्द से जल्द अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है। वर्तमान में लगभग 130 विशेष रेलगाड़ियां पंजाब से अनाज ले जा रही हैं। भारतीय खाद्य निगम पंजाब क्षेत्र बी के मुख्य महाप्रबंधक श्रीनिवासन ने बताया कि अक्टूबर महीने में 13 लाख मीट्रिक टन पिछला स्टॉक निकालने का लक्ष्य है। दिसंबर तक 40 लाख मीट्रिक टन और मार्च तक 90 लाख मीट्रिक टन स्टोरेज स्पेस बनाने की योजना है। उन्होंने कहा कि 30 जून तक पंजाब से पूरा 124 लाख टन चावल खरीदा जाएगा और तब तक हमारे पास सभी आवश्यक जगह होगी। केंद्र सरकार के इस फैसले से पंजाब के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्हें अब अपनी फसल बेचने के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उन्हें उचित मूल्य भी मिलेगा।

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पटियाला: शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में किसानों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है।

पटियाला: शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में किसानों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। आज सुबह तरनतारन से संबंधित भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सदस्य जसवंत सिंह की अचानक तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसे राजपुरा सरकारी अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस संबंध में जानकारी देते हुए किसान नेता तजिंदर सिंह लीला ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं लेकिन सरकार ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले दिल्ली आंदोलन के दौरान 750 से ज्यादा किसान अपनी शहादत दे चुके हैं। अब भी सरकार किसानों की परीक्षा करा रही है। उधर, पंजाब की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान बठिंडा जिले के गांव बल्हो के युवा किसान शुभकरण की मौत की जांच के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की पूर्व जज जयश्री ठाकुर के नेतृत्व में कमेटी गठित की गई है। सोमवार को चंडीगढ़ के किसान भवन में हरियाणा के किसानों से बात की और उनके बयान दर्ज किए। कमेटी द्वारा किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ और गांव बल्हो के गुरप्रीत सिंह के बयान लिए गए। कमेटी ने किसानों को 20 मई को दोबारा बुलाया है। उस दिन ढाई दर्जन किसान अपने बयानों के शपथ पत्र व अन्य साक्ष्य कमेटी को सौंपेंगे।

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