जालंधर( ) जालंधर में वैसे तो सैंकड़ों इमारतें दुकानें ऐसी हैं जिन के न तो नक्शे पास हैं और न ही एनओसी हैं, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों को ये सब अवैध इमारतें और दुकाने दिखाई ही नहीं देती। अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्रवाई करने में निगम अधिकारियों को सांप सूंघ जाता हैं।
लेकिन जालंधर में इकबाल खान नाम के शख्स को घर बनाना काफी महंगा पड़ गया क्यों कि इकबाल खान ने जिस घर को बनाने के लिए निगम से नक्शा पास करवाया और एनओसी भी ली जा चुकी थी उस निर्माणधीन घर को आज निगम के एटीपी राजिंदर शर्मा ने डिच चला कर तोड़ डाला।
आरोप लगाते हुए बन रही कोठी के मालिक इकबाल खान ने बताया कि बस्ती बावा खेल इलाके में स्थित न्यू राज नगर में मेरा घर बन रहा था, आज बुधवार दोपहर को एटीपी राजिंदर शर्मा की तरफ से मेरे निर्माणधीन घर पर डिच चलाकर कुछ हिस्सा ध्वस्त किया गया। उन्होंने बताया कि एटीपी राजिंदर शर्मा ने न तो कोठी का नक्शा देखा, और न ही एनओसी, और तो और एक्शन लेने से पहले मुझे नगर निगम की तरफ से कोई भी नोटिस नहीं भेजा गया और सीधे ही मेरी कोठी को तोड़ दिया गया। ये सरासर धक्केशाही हैं। उन्होंने कहा कि एटीपी की तरफ ये कहा जा रहा हैं कि ये कार्रवाई नगर निगम के कमिश्नर के निर्देशों के बाद ही की गई हैं।
वही पीड़ित इकबाल खान और इलाका निवासियों ने आरोप लगाया हैं कि जनता के साथ अन्याय कर नगर निगम के अधिकारी आम आदमी पार्टी सरकार की छवि बिगाड़ रहे हैं। इस तरह के अन्याय से लोगों का सरकार से विश्वास उठ रहा हैं। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारी खुद को आप सरकार और सरकार के चुने हुए विधायक से खुद को ऊपर मानते हैं।
वही इस पूरे मामले को लेकर इलाके के लोगों में भारी रोष पाया जा रहा हैं, उन्होंने हाथ में एनओसी लेकर एटीपी राजिंदर शर्मा के खिलाफ रोष जताया, लोगों ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मांग करते हैं कि इस पूरे मामले की जांच की जाए और एटीपी के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए जिस ने बिना जांच पड़ताल के नक्शा और एनओसी देखें बगैर और बिना नोटिस भेजे घर को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री को मिलकर इस पूरे मामले को लेकर एटीपी राजिंदर शर्मा की लिखित शिकायत की जाएगी।
क्या बोले एटीपी राजिंदर शर्मा
इस पूरे मामले को लेकर जब PLN की तरफ से एटीपी राजिंदर शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस कॉलोनी पर कुछ महीने पहले भी कार्रवाई की गई थी, चार पांच महीने बीत जाने के बावजूद इकबाल खान ने निगम के दफ्तर आकर क्यों नहीं कागज़ात दिखाए। तब इन का फर्ज नही था कि आकर अपना एनओसी दिखाएं। नोटिस न भेजे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कार्रवाई से पहले सब को नोटिस भेजे जाते हैं ऐसे नही हैं कि बिना नोटिस कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पहले के अफसरों की तरफ से ही कई महीनो से कार्रवाई चल रही थी, उसी कार्रवाई के तहत आज डेमोलिश के ऑर्डर हुए थे।