चंडीगढ़: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने बुधवार को राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान सेक्टर-32, चंडीगढ़ रोड, लुधियाना में पटवारखाने में तैनात राजस्व पटवारी सुखविंदर सिंह सोढ़ी और उसके साथी अमनदीप सिंह उर्फ दीप, निवासी गांव ढेरी, नजदीक मेहरबान, जिला लुधियाना को 3,500 रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
राज्य विजीलैंस ब्यूरो के आधिकारिक प्रवक्ता ने आज यह खुलासा करते हुए कहा कि उपरोक्त राजस्व अधिकारी और उसके सहयोगी (कारिंदा) को तेलू राम, चंदर नगर, लुधियाना की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने विजीलैंस ब्यूरो से संपर्क किया और आरोप लगाया कि उक्त पटवारी और उसका साथी उसके प्लॉट से संबंधित 30 साल का जमाबंदी रिकॉर्ड जारी करने के लिए 3,500 रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। क्योंकि उसे बैंक से ऋण प्राप्त करना था, इसलिए उसे इस जमाबंदी के रिकॉर्ड की जरूरत थी।
शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि मुलाकात के दौरान, पटवारी ने उसे इस संबंध में अपने सहयोगी अमनदीप सिंह उर्फ दीप से मिलने के लिए कहा, जिसने रिश्वत के रूप में 3,500 रुपये की मांग की। जिसमें से पटवारी के सहयोगी ने 500 रुपये की मांग की और शेष राशि 3000 रुपये का भुगतान पटवारी को किया जाएगा। शिकायतकर्ता ने उक्त बातचीत की रिकॉर्डिंग की थी और इसे सबूत के तौर पर विजीलैंस ब्यूरो को सौंप दिया था।
प्रवक्ता ने बताया कि इस शिकायत संबंधी प्राथमिक जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया, जिसमें आरोपी अमनदीप सिंह उर्फ दीप को उपरोक्त पटवारखाने की पार्किंग से दो सरकारी गवाहों की उपस्थिति में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह शिकायतकर्ता से 3500 रुपये की रिश्वत राशि ले रहा था। वहीं, पटवारी सुखविंदर सिंह सोढ़ी को भी उसके दफ्तर से गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को कल सक्षम न्यायालय में पेश किया जाएगा। इस मामले में आगे की जांच जारी है।