पटियाला: पटियाला में अपने जन्मदिन पर जोमैटो से ऑर्डर किया हुआ केक खाने से 10 साल की बच्ची मानवी की मौत के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। बेकरी में स्टाफ 35 से 40 केक पहले ही आधे तैयार करके फ्रिज में रख देता था। ऑनलाइन ऑर्डर मिलने के बाद कुछ ही मिनटों में केक तैयार कर डिलीवरी के लिए भेज दिया जाता था। इस बीच उपयोग की गई सामग्री की जांच कोई नहीं करता था। यह जानकारी न्यू इंडिया बेकरी के गिरफ्तार स्टाफ ने पुलिस रिमांड के दौरान दी है।
पुलिस ने सोमवार को मामले में गिरफ्तार बेकरी के मैनेजर पवन और केक भेजने वाले बेकरी के मैनेजर विजय को रविवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। बेकरी का मालिक गुरुमीत सिंह अभी भी फरार है।
थाना प्रभारी गुरमीत सिंह ने बताया कि मानवी के पोस्टमार्टम के बाद विसरा लैब में भेज दिया गया है। रिपोर्ट के बाद मौत का कारण और केक की गुणवत्ता का पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस ने जोमैटो से ऑनलाइन केक डिलीवरी फर्म के रजिस्ट्रेशन की लिखित जानकारी मांगी है। इसके अलावा पुलिस जोमैटो पर रजिस्टर्ड मोबाइल फोन और गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है। न्यू इंडिया बेकरी सोमवार को भी बंद रही।
उधर, लड़की के नाना हरबंस लाल ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में ठीक से काम नहीं किया। ऑनलाइन ऑर्डर किया गया केक खाने से उनकी दोहती मानवी की मौत हो गई। उन्हें शक है कि आरोपी बेकरी का मालिक अपनी पहुंच का फायदा उठाकर सैंपल में हेराफेरी कर सकता है, इसलिए वे अपने स्तर पर केक की सैंपल रिपोर्ट तैयार करेंगे।