जालंधर: पंजाब में रेलवे की लापरवाही के चलते बड़ा हादसा होने से टल गया। दरअसल, जालंधर के सुच्ची पिंड स्थित इंडियन ऑयल स्टेशन पर आने वाली मालगाड़ी वहां रुकने के बजाए सीधी पठानकोट-जम्मू वाले रूट पर निकल गई। जब उक्त रूट पर बिना किसी जानकारी के मालगाड़ी देखी गई तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
उक्त मालगाड़ी को होशियारपुर के मुकेरियां रेलवे स्टेशन के पास रोक दिया गया और वहां से उक्त पेट्रोल के टैंकरों को दोबारा जालंधर के लिए रवाना किया गया। पूरी मालगाड़ी में पेट्रोल के टैंकर लगे हुए थे। अगर समय रहते उक्त रूट को कंट्रोल न किया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
बता दें इससे पहले भी रेलवे की लापरवाही सामने आ चुकी है। 25 फरवरी को एक मालगाड़ी बिना ड्राइवर पंजाब में दौड़ती नजर आई थी। जिसे होशियारपुर में किसी तरह रोका गया था। उक्त गाड़ी कठुआ से बिना ड्राइवर चलकर पंजाब पहुंच गई थी। इसे लेकर फिरोजपुर मंडल के डीआरएम ने करीब 6 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया था।
दरअसल, उक्त मालगाड़ी गांधीधाम से 50 तेल के केंटर लेकर निकली थी। जिसने आज जालंधर के सुच्ची पिंड रेलवे हाल्ट से इंडियन ऑयल के अंदर जाना था। इस बीच लुधियाना में उक्त मालगाड़ी का ड्राइवर सुबह बदल गया था। जिसे ट्रेन का अलग मीमो दिया गया।
जिसके बाद लुधियाना से जब मालगाड़ी निकली तो ड्राइवर को स्टेशन कोड लिस्ट भी दी गई थी। लेकिन उसे पता ही नहीं चला कि जालंधर सुच्ची पिंड इंडियन ऑयल पर मालगाड़ी को रोका जाना है। जिसके चलते वह मालगाड़ी लेकर पठानकोट-जम्मू रोट पर चला गया। ड्राइवर को इसके बारे में मुकेरियां जाकर पता लगा।
सूत्रों से पता चला है कि उक्त ट्रेन के 47 टैंकरों में हवाई जहाज का तेल था। वहीं, तीन टैंकर डीजल के थे। अगर समय रहते टांडा के एसएस द्वारा उक्त ट्रेन के ड्राइवर को जानकारी न दी जाती तो वह पठानकोट पार कर जाती।