चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया है। चंडीगढ़ में बैठक के बाद किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर खुलते ही किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे।
पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह के भीतर शंभू बॉर्डर खोलने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट द्वारा दी गई डेडलाइन का आज आखिरी दिन है। हरियाणा सरकार ने अभी तक बॉर्डर नहीं खोला है और हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। शंभू बॉर्डर पर 8 लेयर की बैरिकेडिंग हटाने से पहले हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रही है।
दूसरी ओर, पंजाब के कई जिलों से किसानों का कारवां दिल्ली की ओर कूच करने के लिए शंभू और खनौरी बॉर्डर के पास पहुंचना शुरू हो गया है। इन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में छह माह का राशन है। हरियाणा के गांवों में बैठकें कर ट्रैक्टर-ट्रॉलियां तैयार की जा रही हैं। किसानों में दिल्ली जाने को लेकर काफी उत्साह है।
चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, हरियाणा के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने स्वीकार किया है कि उनके आदेश पर गोलीबारी की गई थी। इससे साफ है कि वे अपनी गलती मानते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस के जवानों को शॉटगन चलाने का प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पास इसका वीडियो भी है। हम इसे मीडिया में जारी करेंगे।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने यह नैरेटिव गढ़ने की कोशिश की है कि गोली हमने नहीं, बल्कि किसानों ने चलाई है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि किसान शुभकरण की मौत की जांच झज्जर सीपी को सौंपना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमें न्याय की उम्मीद नहीं है।