नई दिल्ली: सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि 15 फरवरी, 2025 से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने के लिए छात्रों की उपस्थिति 75% अनिवार्य होगी।
अक्सर देखा जाता है कि छात्र बोर्ड परीक्षाओं के करीब आने पर स्कूल की उपस्थिति कम करने लगते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए सीबीएसई ने यह कदम उठाया है। बोर्ड का मानना है कि नियमित कक्षाओं में भाग लेना छात्रों के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि यह उन्हें पाठ्यक्रम को बेहतर ढंग से समझने और परीक्षाओं के लिए तैयार होने में मदद करता है।
क्या होंगे परिणाम?
यदि कोई छात्र 75% उपस्थिति पूरी नहीं करता है, तो उसे बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यदि किसी स्कूल के अधिकांश छात्र 75% उपस्थिति पूरी नहीं करते हैं, तो स्कूल की मान्यता रद्द होने का खतरा भी है।
हालांकि, बोर्ड ने कुछ विशेष परिस्थितियों में छूट देने का भी प्रावधान किया है। जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी, राष्ट्रीय खेलों में भाग लेना या किसी अन्य गंभीर कारण से अनुपस्थित रहने पर छात्रों को 25% तक की छूट दी जा सकती है। लेकिन इसके लिए छात्रों को संबंधित दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे।
सीबीएसई ने सभी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों की उपस्थिति पर विशेष ध्यान दें और सुनिश्चित करें कि सभी छात्र नियमित रूप से कक्षाओं में शामिल हों। स्कूलों को छात्रों और उनके अभिभावकों को इस नए नियम के बारे में सूचित करने के लिए कहा गया है।