लुधियाना: पिछले चार दिनों से किसान अंबाला के पास शंभू में रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं, वहीं राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत समेत 40 ट्रेनें रद्द होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, रेलवे कई ट्रेनों का रूट बदलकर चला रहा है।
आलम यह है कि लुधियाना रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए स्टेशन पहुंच रहे हैं लेकिन स्टेशन पहुंचने के बाद उन्हें पता चलता है कि ट्रेन रद्द कर दी गई है।
स्टेशन अधीक्षक दिवाकर वर्ने ने बताया कि प्रतिदिन ट्रेनों का शेड्यूल तैयार किया जा रहा है और यह अपने निर्धारित समय से विलंब से चल रही हैं। करीब 40 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कुछ के रूट बदल दिए गए हैं, जिसकी जानकारी यात्रियों को दी जा रही है।
ट्रेनें रद्द होने के कारण टैक्सी चालक भी मौके का फायदा उठाकर यात्रियों से मोटी रकम वसूल रहे हैं। लुधियाना के मनोज कुमार और राजू ने कहा कि उन्हें एक जरूरी काम से दिल्ली जाना था और ट्रेन नहीं आई तो उन्होंने टैक्सी ली और टैक्सी चालक तीन गुना पैसे ले रहा था। आमतौर पर लुधियाना से दिल्ली तक छोटी कार का किराया 3 हजार रुपये होता है, लेकिन ट्रेनें रद्द होने के बाद अब 5 से 6 हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। जो बड़ी कार 6,000 रुपये में आसानी से मिल जाती थी, अब 15,000 रुपये वसूले जा रहे हैं।