जगराओं: लुधियाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जाली नोटों के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है और इस रैकेट के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है। लगभग सात महीने से फरार चल रहा यह आरोपी, हरभगवान सिंह उर्फ मिठून, मोगा के गांव बघेलेवाला का रहने वाला है।
पुलिस जांच में पता चला है कि मिठून ने ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स के जरिए नकली नोट बनाने की कला सीखी थी। उसने असली नोटों के बारीक विवरणों का बड़े करीने से अध्ययन किया और नकली नोटों को बेहद यथार्थवादी बनाया था।
आरोपी जोड़ी ने जानबूझकर छोटे मूल्यवर्ग के नोटों को निशाना बनाया था, क्योंकि उन्हें लगा कि दुकानदार इन नोटों की जांच कम करेंगे। ₹100 और ₹200 के नोटों पर ध्यान केंद्रित करके, उन्होंने अपने मुनाफे को अधिकतम करने का प्रयास किया और पकड़े जाने का जोखिम कम किया।
मिठून और कुलदीप सिंह दोनों पर पहले भी नकली नोट बनाने के आरोप में जेल जा चुका था। अपनी पिछली सजा के बावजूद, उन्होंने अपनी अवैध गतिविधियों को जारी रखा, जो इस अपराध की लगातार प्रकृति को दर्शाता है।
पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि रैकेट में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान की जा सके और नकली नोटों के प्रसार का पता लगाया जा सके। अधिकारी यह भी पता लगा रहे हैं कि क्या इस रैकेट का किसी अन्य संगठित अपराध सिंडिकेट से कोई संबंध है।