चंडीगढ़: पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से केवल दो अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के संचालन पर केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पूछा है कि दो राज्यों की राजधानी और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के लिए बने हवाई अड्डे से इतनी कम अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने क्यों हैं?
चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस अनिल क्षेत्रपाल की खंडपीठ ने इस मामले में 6 नवंबर को सुनवाई की तारीख तय की है। अदालत ने कहा कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट से सिर्फ़ शारजाह और दुबई के लिए ही विमान सेवाएं उपलब्ध हैं, जबकि अमृतसर जैसे ज़िला मुख्यालय से 14 अंतर्राष्ट्रीय उड़ाने संचालित होती हैं।
हाईकोर्ट में दायर याचिकाओं में कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की कमी से पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के लोगों को परेशानी हो रही है। इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम लोगों को भी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि चंडीगढ़ एयरपोर्ट को करीब 18 महीने पहले CAT-II ILS का दर्जा दिया गया था, जिससे रात में भी विमानों की लैंडिंग संभव हो गई है। इसके बावजूद अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों की संख्या न बढ़ने पर हाईकोर्ट ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से जवाब माँगा है।