जालंधर: पंजाब में धान की खरीद में हो रही देरी से गुस्साए किसानो द्वारा राज्य के चार प्रमुख हाईवे अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिए हैं। किसान संगठनों ने धरना प्रदर्शन करने का कदम केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा उनकी मांगों को अनदेखा किए जाने की वजह से उठाया है।
किसान मजदूर मोर्चा और किसान संयुक्त मोर्चा नॉन (पॉलिटिकल) जॉइंट फोरम के नेता सरवन सिंह पंधेर के अनुसार, शनिवार दोपहर 1 बजे से 4 हाईवे जाम कर दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक सरकारें उनकी मांगों को मान नहीं लेतीं, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। 1 बजे के बाद 4 प्रमुख हाईवे जो जाम होंगे उनमें 1. बडरुखां, संगरूर, 2. सठियाली पुल, गुरदासपुर, 3. डगरूर, मोगा, 4. फगवाड़ा, कपूरथला शामिल है। इस दौरान एमरजेंसी सेवाएं बहाल रहेंगी। इसके अलावा जालंधर, फगवाड़ा, दिल्ली हाइवे समेत पंजाब भर की सड़कों पर धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
पंधेर ने बताया कि फूड सप्लाई मंत्री और शैलर मालिकों के बीच हुई बैठक में भी कोई समाधान नहीं निकला है। शैलर मालिकों का कहना है कि धान में चावल की मात्रा कम होने के कारण उन्हें नुकसान हो रहा है और उन्होंने केंद्र सरकार से अधिक छूट देने की मांग की है। हालांकि, केंद्र सरकार ने अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार जानबूझकर धान की खरीद में देरी कर रही है ताकि किसानों को परेशान किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के आंदोलन के बाद से किसानों को दबाने की एक साजिश है।